तो सफेद कफन में लिपटा हुआ मुर्दा भी सुलतान मिर्ज़ा होता। चलता रहूँगा पथ पर, चलने में माहिर बन जाऊँगा, या तो मंजिल मिल जायेगी या अच्छा मु
तो सफेद कफन में लिपटा हुआ मुर्दा भी सुलतान मिर्ज़ा होता। चलता रहूँगा पथ पर, चलने में माहिर बन जाऊँगा, या तो मंजिल मिल जायेगी या अच्छा मु